गुरुवार, 11 मार्च 2010

जाल (Trapped)

कॉलेज के कुछ दोस्तों ने मिलकर ५ मिनट की एक छोटी सी फ़िल्म “TRAPPED” बनाई थी । यह उनका पहला प्रयास था ।  बिना संवाद वाले इस फ़िल्म में दिखाया गया है कि किस तरह एक छात्र गलत संगत में पड़कर, अपना जीवन बर्बाद कर लेता है ।

 

 

और हाँ लगे हाथ मैने भी अभिनय में अपना हाथ आज़मा लिया है । बताईये कैसी लगी यह फ़िल्म ? 

9 टिप्‍पणियां:

  1. बेहतरीन
    अनबोले तो आप लोग बहुत कुछ बोल गये
    और अभिनय को क्या कहने!~~
    सुन्दर

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  2. अच्छा प्रयास। कॉलिज लाइफ एक नाज़ुक दौर होता है जिंदगी का। इसमें भटकने की बहुत गुंजाइश होती है।

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  3. पूरी बात कह गई यह मौन जुबानी...बहुत बढ़िया फिल्म!

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  4. बिना बोले बहुत कुछ कह दिया आपने ।

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  5. बेहतरीन
    अनबोले तो आप लोग बहुत कुछ बोल गये

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  6. इस अभिनव प्रेरक प्रयोग के लिए
    चंदन जी और उनके दोस्त बधाई के पात्र हैं!
    मेरी शुभकामनाएँ!

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  7. बहुत बढ़िया लगा था ये फिल्म! सुन्दर प्रस्तुती!

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  8. Is movie ki bhav bhngimao se yehi lagta hai. ki ek bacha padney me bhut chha hai, lekin uski galat sangati usko bigad deti hai. asa mera manna hai. lalit kuchalia

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