सफ़र रुकता नहीं, पांव थमते नहीं, बस चलते जाना है.......चलते जाना है ।
देखा तो बरसात हुई थी,
बाहर सबकुछ भींग चुका था,
अन्दर अभी भी सूखा था,
आँखे अभी भी गीली हैं ।