बहुत हीं शांत, सौम्य और सज्जन
पुरुष थे वे लोग ।
और
पहने हुए थे
सच से भी ज्यादा
साफ़ और स्वच्छ कपड़े ।
लोगों को पहनाया करते थे
अपनी सफ़ेद टोपीयां ।
लोग आज भी
टोपीयां पहने हुए
पाये जाते है ।
(तस्वीर http://ngodin.livejournal.com से ली गयी है)